द्वारा: क्लेयर
गोलियां खाने के बाद गर्भपात कब तक हो जाता है? हालांकि यह सवाल बहुत सीधा लग रहा है लेकिन इस सवाल का जवाब देने से पहले कुछ और सवालों के भी जवाब देने होंगें। गोलियों का प्रयोग करने के बाद गर्भपात में लगने वाले समय का पता लगाने पर विचार करते समय गर्भपात की प्रक्रिया कैसे काम करती है, कैसे पता चलता है कि गर्भपात हो चुका है और गर्भपात के बाद कब तक आपको इसका प्रभाव महसूस हो सकता है, इसे समझना बहुत महत्वपूर्ण है।
गर्भपात की गोलियां खानी शुरू की जा चुकीं हैं, इसका पहला संकेत
आईए, गर्भपात की प्रक्रिया शुरु होने के पहले संकेत से शुरु करते हैं: मिसोप्रोस्टोल की गोली खाने के 3 घंटों के भीतर आपको ऐंठन और ब्लीडिंग (मासिक धर्म) शुरु हो सकती है। हालांकि यह सुविधाजनक नहीं है लेकिन ऐंठन और ब्लीडिंग (मासिक धर्म) का होना गर्भपात की प्रक्रिया शुरु होने का सकारात्मक संकेत है। इससे पता चलता है कि मिसोप्रोस्टोल ने गर्भाशय पर काम करना शुरु कर दिया है और भ्रूण को शरीर से बाहर निकाला जा रहा है।
मिसोप्रोस्टोल का प्रयोग करने के बाद आमतौर पर 4-8 घंटों तक ब्लीडिंग (मासिक धर्म) और ऐंठन बहुत अधिक होती है। याद रखें, आप समय रहते खुद के लिए पौष्टिक आहार की योजना बनाकर गर्भपात के दौरान होने वाली असहजता को कम कर सकती हैं। आप हमारी वेबसाइट की General Advice सेक्शन में गोलियों की मदद से किए जाने वाले गर्भपात के प्रभावों के प्रबंधन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
गोलियों की मदद से किया जाने वाला गर्भपात भ्रूण को बाहर निकाल देगा
गोलियों की मदद से किए जाने वाले गर्भपात के दौरान आप अपना ख्याल कैसे रखती हैं यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है। कुछ महिलाएं हो रही ब्लीडिंग (मासिक धर्म) की मात्रा पर नज़र रखती हैं और सामान्य बनी रहती हैं जबकि कुछ महिलाओं को ऐसा करना पसंद नहीं होता। दोनों प्रकार की महिलाओं के अपने– अपने विचार हैं।
हालांकि, यदि आप गोलियों की मदद से किए जा रहे गर्भपात के दौरान यदि आप अपने रक्तस्राव (मासिक धर्म) पर नज़र रखना चुनती हैं तो आप अपने शरीर से भ्रूण ऊतकों का निकलना नोटिस कर सकेंगी। ध्यान रखें कि यह गर्भावस्था कितने समय का था, इस पर निर्भर करेगा। अधिक समय के भ्रूण के ऊतकों का निकलना पता चल सकता है लेकिन कम समय के भ्रूण के ऊतकों का निकलना शायद ही पता चले।
शुरुआती 10 सप्ताह से कम के भ्रूण ऊतक छोटे, काले रंग के अंगूर जैसे दिख सकते हैं। आपको सफेद रोएंदार परत से लिपटी छोटी थैली भी दिख सकती है। ऊतक का आकार गर्भावस्था की उम्र पर निर्भर करेगा। शुरुआती गर्भावस्था के ऊतक आपके उंगलियों के नाखून जितने छोटे हो सकते हैं जबकि अधिक समय के गर्भावस्था का ऊतक आपके अंगूठे के आकार का हो सकता है।
शरीर से भ्रूण के निकलने के बाद गर्भपात की प्रक्रिया पूरी हो जाती है और आप गर्भवती नहीं रहतीं। आमतौर पर ऐसा, गर्भपात की गोलियां खाने के 24 घंटों के भीतर हो जाता है।
गोलियों की मदद से गर्भपात पूरा होने के बाद
यहीं पर लोग परेशान हो सकते हैं: यदि गर्भपात हो चुका है तो वे तुरंत सामान्य स्थिति में क्यों नहीं लौट पाईं? गर्भपात के तकनीकी रूप से पूरे हो जाने के बाद भी महिला को गर्भपात के प्रभाव का अनुभव क्यों होता रहता है?
वास्तव में, गोलियों की मदद से किए गए गर्भपात का प्रभाव कई सप्ताह तक रह सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप अभी भी गर्भवती हैं। आपके शरीर को पूरी तरह से ठीक होने के लिए कुछ समय चाहिए होता है।
ब्लीडिंग (मासिक धर्म) संभवतः गर्भपात का सबसे प्रत्यक्ष प्रभाव है। हालांकि मिसोप्रोस्टोल का प्रयोग करने के 4-6 घंटों के बाद आमतौर पर सबसे अधिक ब्लीडिंग (मासिक धर्म) होती है लेकिन गर्भपात के बाद अगले 3-4 सप्ताह तक ब्लीडिंग (मासिक धर्म) होते रहना सामान्य है। समय के साथ यह ब्लीडिंग (मासिक धर्म) अपने आप कम हो जाना चाहिए।
कभी– कभी लगातार हो रही ब्लीडिंग (मासिक धर्म) महिलाओं को असहज महसूस करा सकती है और महिलाएं इसे रोकने के लिए कौन सा उपाय अपनाएं, यह सोच–सोच कर परेशान होने लगती हैं। याद रखें, यह ब्लीडिंग (मासिक धर्म) सामान्य बात है; गर्भपात के बाद गर्भाशय को खाली करने की यह आपके शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया है। जब तक बहुत अधिक ब्लीडिंग (मासिक धर्म) न हो और संक्रमण का कोई लक्षण न हो (the bleeding is never excessive and there is no sign of infection) तब तक इसे रोकने के लिए आपको कुछ भी करने आवश्यकता नहीं है बल्कि इसे अपने आप धीरे– धीरे रुकने देना चाहिए।
गोलियों का प्रयोग कर गर्भपात करने के बाद लगातार हो रही ब्लीडिंग (मासिक धर्म) के अलावा महिलाओं को अपनी गर्भावस्था के लक्षणों में बदलाव पर ध्यान देना चाहिए। मतली और थकान कम होने लगेगी, स्तनों की सूजन कम हो जाएगी और शरीर अपने नियमित गर्भवती होने से पूर्व की स्थिति में लौट आएगा। इन बदलावों के होने की समय– सीमा अलग– अलग होती है लेकिन आमतौर पर गर्भपात की गोलियां खाने के बाद पहले कुछ दिनों में ही ये बदलाव होने लगते हैं।
और आखिर में: गर्भावस्था की जांच। महिलाएं गोलियों की मदद से गर्भपात करने के बाद इस बात की पुष्टि करने के लिए कि वे अब गर्भवती नहीं है, गर्भावस्था की जांच करा सकती हैं। हालांकि, इस जांच को कराने का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसकी सटीकता का निर्धारण करेगा।
गर्भावस्था जांच, मूत्र में गर्भावस्था हार्मोन का पता लगाकर की जाती है। जब मूत्र में हार्मोन की एक निश्चित मात्रा होती है तब गर्भावस्था जांच पॉजिटिव आती है। यदि गर्भपात कराने के कुछ समय बाद ही यह जांच किया जाए तो गर्भावस्था हार्मोन के बने रहने की संभावना होती है, इसी वजह से जांच रिपोर्ट गलत आएगी और रिपोर्ट पॉजिटिव होगी। इसलिए, गर्भावस्था जांच की विश्वसनीय नतीजों के लिए महिलाओं को गर्भपात करवाने के बाद इस जांच को कराने के लिए कम– से– कम दो सप्ताह की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
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क्लेयर एक शिक्षिका, प्रजनन अधिकारों की पक्षधर और https://www.howtouseabortionpill.org/ की प्रबंधक हैं।